दिल की बात दो लाईनो में (Two-Lines Shayari)
दिलों की बात करता है ज़माना,
लेकिन मोहब्बत आज भी चेहरों से शुरू होती है।
हर ख्वाब के मुकद्दर मे हकीकत नहीं होती…
कुछ ख्वाब जिन्दगी मे…. महज ख्वाब ही रह जाते हैं….!!
चेहरे पर सुकून तो बस दिखाने भर का है,
वरना बेचैन तो दिल जमाने भर का हैं...
दिल टुटने पर भी जो शख्स आपसे शिकायत तक न करे,
उससे ज्यादा मोहब्बत आपको कोई और नहीं कर सकता...
जिंदगी की परीक्षा में कोई नम्बर नहीं मिलते है साहब....
लोग आपको दिल से याद करे तो समझ लेना आप पास हो गए।
“बडा नाम है मेरा, मेरी गलीयों मे.,
बदनाम तो मै उनकी गलीयों मे हूँ..
मोहब्बत तो वो बारिश है, जिसे छूने की चाहत में.
हथेलियां तो गीली हो जाती हैं, पर हाथ खाली ही रह जाते हैं!
इश्क है या इबादत... अब कुछ समझ नहीं आता...
एक खुबसूरत ख्याल हो तुम जो दिल से नहीं जाता...
वो पहले सा कहीं, मुझको कोई मंज़र नहीं लगता,
यहाँ लोगों को देखो, अब ख़ुदा का डर नहीं लगता!
No comments:
Post a Comment