Friday, March 18, 2022

 प्यार का  एहसास न बहुत प्यारा होता एक दूसरे से expectation भी बहुत होती है । मेरा व्यवहार उसके लिए सबसे अलग था मुझे ये लगा था कि मैं जैसा हु वो भी वैसी हो पर मैं गलत था । उसके दूसरो से बात करने से मेरी वैल्यू कम केसे हो जायेंगी अगर उसे दूसरो से बात करना पसंद है तो मुझे क्यों नहीं ।

प्यार में मुझे expectation को acceptation में  बदलना क्यों नही आया पर अफसोस जब मैं समझा तब तक मैं खुद की नजरो में गिर चुका था पता नही क्यों मैं कभी खुद को दूसरो से compare नही किया पर उसको लेकर मैं खुद को जब दूसरो से compare किया तो सबसे छोटा पाया मुझे लगने लगा की मैं इसके लायक नही हु मै खुद को हमेशा बेस्ट समझता था पर हो सकता कोई और मुझसे बेहतर हो ।

आपको कोई हक नही है उसके पुराने रिश्ते खराब करने का , जितना आप उसकी जिंदगी में महत्वपूर्ण हो उतने दूसरे भी है । अगर उसकी खुशी दूसरो से बात करने में है तो इससे आपको खुशी होना चाहिए की आपका साथी खुश है ।

Saturday, October 16, 2021

 मेरी आंख से तेरा गम छलक तो नहीं गया

तुझे ढूंढ कर कहीं मैं भटक तो नहीं गया

यह जो इतने प्यार से देखता है तू आजकल
मेरे दोस्त तू कहीं मुझसे थक तो नहीं गया

तेरी बद्दुआ का असर हुआ भी तो फायदा
मेरे मांद पड़ने से तू चमक तो नहीं गया
                       ~Irshad

Monday, October 11, 2021


Itna pukara tujhko ki meri sans ful gyi 
Barsat huyi nhi aur meri tasveer dhul gyi 
Chad bate hi to huyi h darmiyan hamare
Itni jldi kya thi jo Tu bat krna bhul gyi 

Wednesday, September 8, 2021

 मौसम इस कदर बदल जायेंगा सोचा न था 

भरी धुप में बादल बरस जायेंगा सोचा न था 

और इस कदर रूठ गया ओ हमसे इतने दिन 

मेरे भी कुछ ख्वाब अधूरे रह जायेंगे  सोचा न था |

Love

घुटन सी हो रही थी उसे फिर भी मैं पास जा रहा था

मैं खुद ही रूठ गया पर उसे मनाए जा रहा था 

छोटा सा जख्म नासूर बन गया मेरे लिए 

ओ मेरे संसार से तंग आ गया थे और मैं जिए जा रहा था  |

Tuesday, July 27, 2021

लो कर लेते हम ही पहल , कि ये सब हुआ क्यों है 
ये रिश्ता जरा सी जिद की खातिर बदनुमा क्यों है
यूं तो रोज सवाल उठते है मेरे अल्हड़ और वफाई पर 
अब ये बताना पड़ेगा मुझे कि तुझसे प्यार क्यों हैं ।

Thursday, July 22, 2021

खुले आसमान में यार मेरा आगमन कर रहा है 
आते आते थोड़ा वो चिंतन मनन कर रहा है 
किस किस से तुम दोष छुपाओंगे अपने 
तुमको सब बताने का मन कर रहा है ।
और नदी के शान्त तट पर बैठकर मन
तेरी यादें विसर्जन कर रहा है ।


मेरी तरह मुझे चाहे तू ऐसा मेरा मन होता है 
अपने यार से बात छुपाने से क्या प्यार काम होता हैं
और लाख छुपाओ तुम अपनी गलतियां
प्रिए अपना मन भी एक दर्पण होता है 

 प्यार का  एहसास न बहुत प्यारा होता एक दूसरे से expectation भी बहुत होती है । मेरा व्यवहार उसके लिए सबसे अलग था मुझे ये लगा था कि मैं जैसा ह...