बड़ी फुर्सत से, खुद से बेपर्दा होने को
सफेद पन्नो पर अपनी कलम गुजरता हुँ।
कही पे बैठ के हँसना, कही बैठ के रोना
दोगली मैं अपनी जिंदगी गुजरता हुँ।
सफेद पन्नो पर अपनी कलम गुजरता हुँ।
कही पे बैठ के हँसना, कही बैठ के रोना
दोगली मैं अपनी जिंदगी गुजरता हुँ।
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